“……….विद्यार्थी शिक्षा केवल नौकरी ग्रहण करने के उद्देश्य से न ग्रहण करें, बल्कि उसके महत्व को समझें। भारतीयों में पढ़लिखकर नौकरी प्राप्त करने की मानसिकता अंग्रेजों की देन है। समय को देखते हुए आज इस मानसिकता से छुटकारा पाने की कोशिश कर विशेषज्ञता हासिल करनी चाहिए ताकि शिक्षा का पूरा लाभ उठाया जा सके।”
